THE DEFINITIVE GUIDE TO SHIV CHALISA IN HINDI

The Definitive Guide to shiv chalisa in hindi

The Definitive Guide to shiv chalisa in hindi

Blog Article

पूजन रामचन्द्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥

मैना मातु की ह्वै दुलारी। बाम अंग सोहत छवि न्यारी॥

लिङ्गाष्टकम्

किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥

आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥

नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीसा।

Your browser isn’t supported any more. Update it to find the finest YouTube knowledge and our most up-to-date capabilities. Find out more

शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥

* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

जय जय जय अनंत अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥

अर्थ: माता मैनावंती की दुलारी अर्थात माता पार्वती जी आपके बांये अंग में हैं, उनकी छवि भी अलग से मन को हर्षित करती है, तात्पर्य more info है कि आपकी पत्नी के रुप में माता पार्वती भी पूजनीय हैं। आपके हाथों में त्रिशूल आपकी छवि को और भी आकर्षक बनाता है। आपने हमेशा शत्रुओं का नाश किया है।

जीत के लंक विभीषण दीन्हा ॥ सहस कमल में हो रहे धारी ।

नित्त नेम कर प्रातः ही, पाठ करौं चालीस।

शिव भजन

Report this page